रमेश एक छोटे से गाँव का लड़का था। उसके पास कुछ नहीं था, लेकिन एक बड़ा सपना था।  

रमेश के घर की हालत बहुत खराब थी। उसके पास पढ़ाई के लिए पैसे नहीं थे, लेकिन उसका जुनून मजबूत था।  

रमेश ने ठान लिया, "अगर मेहनत की, तो मैं किसी भी मुश्किल को पार कर सकता हूँ।

कई बार मुश्किलें आईं, लेकिन रमेश ने कभी हार नहीं मानी। उसने मेहनत करना नहीं छोड़ा।

रमेश ने छोटी-छोटी नौकरियाँ की और धीरे-धीरे अपने सपने की ओर बढ़ता गया।  

रमेश का सपना पूरा हुआ! आज वह एक सफल व्यापारी बन चुका है।  

रमेश की कहानी यह सिखाती है: "अगर इरादा मजबूत हो, तो कोई भी मुश्किल हमें रोक नहीं सकती।

क्या आप भी कभी हार नहीं मानने वाला सपना देख रहे हैं? तो अपने सपनों की ओर बढ़ें!