श्रम विभाग योजना (BOCW)

श्रम विभाग योजना BOCW

श्रम विभाग योजना (BOCW)

श्रम विभाग योजना (BOCW) भारत के निर्माण क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों के लिए एक अनोखी और लाभकारी योजना है। यह उन श्रमिकों की मेहनत को पहचानने और उनके जीवन को बेहतर बनाने के लिए शुरू की गई है, जो अपने खून-पसीने से देश की बुनियाद खड़ी करते हैं।

इस योजना का मुख्य उद्देश्य मजदूरों को सामाजिक सुरक्षा, आर्थिक सहायता, और भविष्य की स्थिरता प्रदान करना है। यह योजना निर्माण श्रमिकों को उनके कठिन परिश्रम के बदले वह सुविधाएं देती है, जो उनके और उनके परिवार के लिए जीवन को सरल और सुरक्षित बनाती हैं।

योजना के अंतर्गत पंजीकरण कराने पर श्रमिकों को कई प्रकार की सुविधाएं मिलती हैं, जैसे:

पंजीकरण प्रक्रिया !

जो भी मजदूर निर्माण कार्य (जैसे भवन निर्माण, सड़कों का निर्माण आदि) में संलग्न हैं, वे इस योजना के तहत पंजीकरण करवा सकते हैं। पंजीकरण के लिए:

  1. आवश्यक दस्तावेज़ जैसे आधार कार्ड, श्रमिक प्रमाणपत्र आदि जमा करें।
  2. संबंधित श्रम विभाग के कार्यालय या ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन करें।

श्रम विभाग योजना क्यों है खास?

यह योजना न केवल श्रमिकों की वर्तमान समस्याओं को हल करती है, बल्कि उनके भविष्य को सुरक्षित भी बनाती है। यह श्रमिकों और उनके परिवारों के लिए एक मजबूत सुरक्षा कवच का काम करती है।

श्रमिक कार्ड कैसे बनाएं? / How to Make a Shramik Card?

1. रजिस्ट्रेशन कहां करें?
👉 सबसे पहले अपने नजदीकी CSC सेंटर (कॉमन सर्विस सेंटर) या राज्य की श्रम विभाग की वेबसाइट पर जाएं।

2. कौन-कौन से दस्तावेज चाहिए?
आधार कार्ड
बैंक पासबुक
पासपोर्ट साइज फोटो
मोबाइल नंबर
(ये सब साथ रखना जरूरी है।)

3. आवेदन कैसे करें?

  1. CSC सेंटर या ऑनलाइन पोर्टल पर श्रमिक कार्ड का फॉर्म भरें।
  2. मांगी गई सभी जानकारी भरें, जैसे नाम, पता, मोबाइल नंबर और बैंक डिटेल्स।
  3. जरूरी दस्तावेज स्कैन करके अपलोड करें।

4. वेरिफिकेशन की प्रक्रिया
📋 फॉर्म सबमिट करने के बाद श्रम विभाग आपकी जानकारी और दस्तावेजों की जांच करेगा।

5. श्रमिक कार्ड कब मिलेगा?
✅ वेरिफिकेशन पूरा होने के बाद आपको श्रमिक कार्ड जारी कर दिया जाएगा। यह कार्ड आप ऑनलाइन डाउनलोड भी कर सकते हैं।

श्रमिक कार्ड के फायदे

  • सरकारी योजनाओं का लाभ, जैसे बीमा, पेंशन और स्वास्थ्य सेवाएं।
  • बच्चों की पढ़ाई के लिए सहायता।
  • घर बनाने और अन्य लाभकारी योजनाओं में मदद।

💡 टिप: समय पर फॉर्म भरें और सही जानकारी दें, ताकि कोई समस्या न हो।

श्रम विभाग गंभीर बीमारी सहायता योजना का लाभ कैसे लें?

How to Avail the Benefit of the Serious Illness Assistance Scheme?

1. कौन ले सकता है लाभ?
👉 यह योजना श्रमिकों के लिए है, जो किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। आवेदन के लिए आपके पास श्रमिक कार्ड होना जरूरी है।

2. किन बीमारियों पर मिलता है लाभ?
✅ कैंसर
✅ दिल की बीमारी
✅ किडनी फेल होना
✅ ब्रेन ट्यूमर
✅ अन्य गंभीर बीमारियां (सरकार की लिस्ट के अनुसार)।

3. दस्तावेज की जरूरत:
✅ श्रमिक कार्ड
✅ बीमारी का मेडिकल प्रमाण पत्र (सरकारी अस्पताल से)।
✅ आधार कार्ड
✅ बैंक पासबुक
✅ इलाज का खर्चा दिखाने वाले बिल और रिपोर्ट

4. आवेदन कैसे करें?

  1. श्रम विभाग या नजदीकी CSC सेंटर पर जाएं।
  2. “गंभीर बीमारी सहायता योजना” का फॉर्म लें और भरें।
  3. जरूरी दस्तावेज संलग्न करें।
  4. फॉर्म को श्रम विभाग के ऑफिस में जमा करें।

5. वेरिफिकेशन और मंजूरी:
📋 श्रम विभाग आपकी बीमारी की रिपोर्ट और दस्तावेजों की जांच करेगा। जांच के बाद, सहायता राशि सीधे आपके बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी।

6. कितनी मदद मिलती है?
💰 सहायता राशि बीमारी की गंभीरता और इलाज के खर्च पर निर्भर करती है। यह 1 लाख रुपये या इससे अधिक हो सकती है।

महत्वपूर्ण टिप्स:

  • फॉर्म और दस्तावेज सही-सही भरें।
  • सरकारी अस्पताल से रिपोर्ट बनवाएं।
  • समय पर आवेदन करें।

💡 योजना का लाभ उठाएं और इलाज में मदद पाएं!

श्रम विभाग मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना का लाभ कैसे लें?

How to Avail the Labour Department Maternity, Child, and Girl Child Assistance Scheme?

(25,000 से 55,000 तक की सहायता)

1. योजना का उद्देश्य:
👉 यह योजना महिला श्रमिकों और उनके बच्चों को आर्थिक मदद प्रदान करती है, खासकर गर्भावस्था और बेटी के जन्म पर। इसमें श्रमिक महिलाओं को ₹25,000 से ₹55,000 तक की सहायता दी जाती है।

2. कौन आवेदन कर सकता है?
पंजीकृत महिला श्रमिक
✅ श्रमिक की पत्नी (यदि पति श्रमिक है)
✅ बेटी के जन्म या गर्भावस्था के दौरान

3. योजना के लिए दस्तावेज:
श्रमिक कार्ड
गर्भावस्था प्रमाण पत्र (सरकारी अस्पताल से)
बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र (बेटी के लिए)
आधार कार्ड
बैंक पासबुक
फोटो

4. आवेदन प्रक्रिया:

  1. श्रम विभाग कार्यालय या नजदीकी CSC सेंटर पर जाएं।
  2. “मातृत्व, शिशु एवं बालिका मदद योजना” का फॉर्म प्राप्त करें।
  3. फॉर्म भरकर मांगी गई जानकारी (जैसे श्रमिक कार्ड नंबर, बैंक डिटेल्स) भरें।
  4. सभी दस्तावेज संलग्न करें और फॉर्म जमा करें।

5. सहायता राशि कैसे मिलती है?
📋 फॉर्म जमा करने के बाद श्रम विभाग दस्तावेजों की जांच करेगा।
गर्भावस्था पर: ₹25,000 से ₹30,000 तक।
बेटी के जन्म पर: ₹25,000 से ₹55,000 तक (स्थिति के अनुसार)।
सहायता राशि बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।

महत्वपूर्ण टिप्स:

  • आवेदन समय पर करें (गर्भावस्था या बेटी के जन्म के 6 महीने के भीतर)।
  • सभी दस्तावेज सही-सही जमा करें।
  • सरकारी अस्पताल से प्रमाण पत्र बनवाना अनिवार्य है।

💡 सरकार की यह मदद आपके और आपकी बेटी के उज्जवल भविष्य के लिए है। इसे जरूर प्राप्त करें!

श्रम विभाग निर्माण कामगार मृत्यु व दिव्यांगता सहायता योजना

How to Avail Death and Disability Assistance Scheme for Construction Workers?

1. योजना का उद्देश्य:
👉 यह योजना निर्माण कामगारों के परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है, अगर काम के दौरान मृत्यु या दिव्यांगता हो जाए।

2. कौन लाभ ले सकता है?

पंजीकृत निर्माण श्रमिक या उनके परिवार के सदस्य।
✅ घटना काम के दौरान या काम से संबंधित होनी चाहिए।

3. कितनी सहायता राशि मिलती है?

💰

  • मृत्यु पर: ₹2 लाख से ₹5 लाख तक।
  • दिव्यांगता पर:
    • पूर्ण दिव्यांगता (100%): ₹2 लाख।
    • आंशिक दिव्यांगता: ₹50,000 से ₹1 लाख तक।

4. दस्तावेज की जरूरत:

श्रमिक कार्ड
✅ मृत्यु प्रमाण पत्र (मृत्यु के मामले में)।
✅ मेडिकल सर्टिफिकेट (दिव्यांगता के मामले में)।
✅ FIR या दुर्घटना की रिपोर्ट।
✅ आधार कार्ड।
✅ बैंक पासबुक।
✅ परिवार का प्रमाण पत्र (यदि लाभ परिवार को मिल रहा है)।

5. आवेदन प्रक्रिया:

  1. श्रम विभाग कार्यालय या नजदीकी CSC सेंटर जाएं।
  2. “निर्माण कामगार मृत्यु व दिव्यांगता सहायता योजना” का फॉर्म प्राप्त करें।
  3. फॉर्म भरें और सभी जरूरी दस्तावेज साथ में संलग्न करें।
  4. फॉर्म श्रम विभाग में जमा करें।

6. वेरिफिकेशन और सहायता राशि:

📋 श्रम विभाग घटना और दस्तावेजों की जांच करेगा।
✅ वेरिफिकेशन के बाद सहायता राशि सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी।

7. महत्वपूर्ण जानकारी:

  • आवेदन घटना के 6 महीने के भीतर करना जरूरी है।
  • दुर्घटना का विवरण और प्रमाण पत्र सही तरीके से भरें।
  • सरकारी अस्पताल या पुलिस रिपोर्ट अनिवार्य है।

💡 यह योजना आपके कठिन समय में आर्थिक मदद करने के लिए है। सही दस्तावेजों के साथ आवेदन करें और लाभ प्राप्त करें।

श्रम विभाग कन्या विवाह सहायता योजना

How to Avail the Girl Marriage Assistance Scheme?

1. योजना का उद्देश्य:
👉 यह योजना पंजीकृत श्रमिकों की बेटियों के विवाह में आर्थिक सहायता प्रदान करती है। इसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर श्रमिक परिवारों की मदद करना है।

2. कौन आवेदन कर सकता है?

✅ पंजीकृत श्रमिक जिनकी बेटी की उम्र 18 वर्ष या उससे अधिक हो।
✅ केवल पहली दो बेटियों के लिए योजना का लाभ मिलता है।
✅ बेटी का विवाह होना अनिवार्य है।

3. कितनी सहायता राशि मिलती है?

💰 ₹55,000 से ₹75,000 तक (राज्य की नीति और श्रमिक के वर्ग के अनुसार)।

4. दस्तावेज की जरूरत:

श्रमिक कार्ड
बेटी का जन्म प्रमाण पत्र
आधार कार्ड (श्रमिक और बेटी दोनों का)।
शादी का निमंत्रण कार्ड
विवाह पंजीकरण प्रमाण पत्र (यदि उपलब्ध हो)।
बैंक पासबुक
पासपोर्ट साइज फोटो

5. आवेदन प्रक्रिया:

  1. श्रम विभाग कार्यालय या नजदीकी CSC सेंटर जाएं।
  2. “कन्या विवाह सहायता योजना” का फॉर्म प्राप्त करें।
  3. फॉर्म में मांगी गई जानकारी जैसे श्रमिक कार्ड नंबर, बेटी का नाम, और विवाह की तारीख भरें।
  4. सभी दस्तावेज संलग्न करें और फॉर्म जमा करें।

6. वेरिफिकेशन और सहायता राशि:

📋 श्रम विभाग द्वारा सभी दस्तावेज और जानकारी की जांच की जाएगी।
✅ वेरिफिकेशन पूरा होने के बाद सहायता राशि सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी।

7. महत्वपूर्ण जानकारी:

  • आवेदन विवाह से पहले या शादी के 6 महीने के भीतर करना होगा।
  • सभी दस्तावेज सही और पूरे होने चाहिए।
  • योजना का लाभ केवल पंजीकृत श्रमिकों को मिलेगा।

💡 यह योजना बेटी की शादी में मदद करने के लिए है। सही दस्तावेजों के साथ आवेदन करें और सरकार की सहायता का लाभ उठाएं।

श्रम विभाग संत रविदास शिक्षा प्रोत्साहन योजना

How to Avail Sant Ravidas Education Promotion Scheme?

1. योजना का उद्देश्य:
👉 इस योजना का मकसद श्रमिकों के बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना है। इसके तहत बच्चों को वित्तीय सहायता दी जाती है ताकि वे अपनी पढ़ाई जारी रख सकें।

2. कौन लाभ ले सकता है?

पंजीकृत श्रमिकों के बच्चे
✅ कक्षा 9वीं से लेकर उच्च शिक्षा (ITI, डिप्लोमा, ग्रेजुएशन, पोस्ट-ग्रेजुएशन) करने वाले छात्र।
✅ सरकारी या मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई कर रहे हों।

3. कितनी सहायता राशि मिलती है?

💰

  • 9वीं और 10वीं के लिए: ₹8,000 प्रति वर्ष।
  • 11वीं और 12वीं के लिए: ₹10,000 प्रति वर्ष।
  • ITI/डिप्लोमा: ₹15,000 प्रति वर्ष।
  • ग्रेजुएशन और पोस्ट-ग्रेजुएशन: ₹25,000 से ₹50,000 प्रति वर्ष।
  • तकनीकी शिक्षा (इंजीनियरिंग/मेडिकल): ₹55,000 तक।

4. दस्तावेज की जरूरत:

श्रमिक कार्ड
✅ बच्चे का आधार कार्ड
✅ वर्तमान शिक्षण सत्र का प्रवेश प्रमाण पत्र
✅ पिछले साल का परीक्षा परिणाम (मार्कशीट)
✅ बैंक पासबुक
✅ पासपोर्ट साइज फोटो

5. आवेदन प्रक्रिया:

  1. श्रम विभाग कार्यालय या CSC सेंटर पर जाएं।
  2. “संत रविदास शिक्षा प्रोत्साहन योजना” का फॉर्म प्राप्त करें।
  3. फॉर्म में मांगी गई जानकारी भरें, जैसे छात्र का नाम, श्रमिक कार्ड नंबर, शिक्षा स्तर आदि।
  4. सभी दस्तावेज संलग्न करें और फॉर्म जमा करें।

6. वेरिफिकेशन और सहायता राशि:

📋 श्रम विभाग द्वारा दस्तावेजों की जांच की जाएगी।
✅ वेरिफिकेशन के बाद सहायता राशि सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।

7. महत्वपूर्ण बातें:

  • आवेदन हर साल करना होगा।
  • केवल पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों को ही लाभ मिलेगा।
  • आवेदन सही समय पर करें (शैक्षणिक वर्ष शुरू होने के बाद)।

💡 यह योजना बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए है। सही दस्तावेजों के साथ आवेदन करें और सरकारी मदद का लाभ उठाएं!

श्रमिक पंजीकरण और योजनाओं की जानकारी

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1. आवेदन पोर्टल समस्या:
👉 यदि पोर्टल नहीं खुल रहा है, तो ब्राउज़र Cache साफ करें और दोबारा कोशिश करें।

2. सहायता के लिए संपर्क:
📞 टोल-फ्री नंबर: 18001805412
📧 ईमेल: upbocboardlko@gmail.com

3. शुल्क नहीं लिया जाएगा:
💡 श्रमिक योजनाओं के लिए कोई शुल्क नहीं है।

4. धनराशि मांगना अपराध:
👉 योजनाओं के नाम पर पैसे मांगने वालों की शिकायत स्थानीय श्रम कार्यालय या टोल-फ्री नंबर पर करें।

अगर आप या आपके जानने वाले कोई भी निर्माण कार्य से जुड़े हैं, तो BOCW योजना का हिस्सा जरूर बनें। यह आपकी मेहनत का सम्मान है और एक बेहतर जीवन की ओर कदम।

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