“मंईयां सम्मान योजना पर जयराम महतो और अन्य नेताओं ने उठाए सवाल” – Jharkhand Mainya-samman-yojana, Political Debate

Photo of author

By Ramashankar

WhatsApp Group Join Now
मंईयां सम्मान योजना पर जयराम महतो और अन्य नेताओं ने उठाए सवाल

Mainya-samman-yojana

झारखंड की मंईयां सम्मान योजना (Mainya-samman-yojana) अब गाँव-गाँव और शहर-शहर चर्चा का मुद्दा बन चुकी है। ये योजना महिलाओं को ₹2,500 हर महीने देने की बात करती है, लेकिन झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (JLKM) के विधायक जयराम महतो और कुछ और नेताओं ने इस पर सवाल उठाया है। उनका कहना है कि ये ₹2,500 महिलाओं के लिए फायदेमंद नहीं, बल्कि ये उन्हें आलसी बना सकता है।

जयराम महतो का क्या कहना है? –

Scholarship Debate, Financial Aid Criticism

जयराम महतो ने सीधा सवाल उठाया है कि अगर लड़कियों को स्कूल जाने से पहले ₹2,500 मिलेंगे, तो वो पैसे को गलत जगह लगा सकती हैं। उनका कहना है कि ये राशि स्कॉलरशिप के रूप में दी जानी चाहिए ताकि लड़कियाँ पढ़ाई में ध्यान लगा सकें और उनका भविष्य सुधरे।

महिला सशक्तिकरण या वोट बैंक की राजनीति? –

Political Motives, Women’s Welfare Concerns (Mainya-samman-yojana)

महतो अकेले नहीं हैं, कई और विपक्षी नेता भी इस योजना को लेकर सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि ये सब चुनाव के समय वोटों के लिए किया जा रहा है, महिलाओं का भला इसमें नहीं है। एक नेता ने तो ये तक कह दिया कि सरकार की छवि चमकाने के लिए ये योजना लाई गई है, न कि महिलाओं के लिए कुछ किया जा रहा है।

विधायकों को सरकारी स्कूल में भेजो! –

Government Accountability, Public Service Reform

जयराम महतो ने और भी कुछ बड़े सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि विधायकों को अपनी ज़िम्मेदारी समझनी चाहिए। अगर विधायक अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में पढ़ाएं और सरकारी बस में यात्रा करें, तो बाकी लोग भी उनसे प्रेरित होंगे। यही नहीं, महतो ने विधायकों के टीए-डीए (यात्रा भत्ता) को खत्म करने की भी मांग की। उनका कहना था कि विधायक अगर सरकारी पैसे से यात्रा करते हैं, तो ये जनता के पैसे की बर्बादी है।

वित्तमंत्री का जवाब –

Budget Allocation, Government Clarification (Mainya-samman-yojana)

वित्तमंत्री राधाकृष्ण किशोर ने इस पूरे विवाद पर सफाई दी। उन्होंने बताया कि मंईयां सम्मान योजना के लिए बजट में कोई कटौती नहीं की गई है। जो विभाग अपने पैसे खर्च नहीं कर पा रहे थे, उनकी राशि को मंईयां योजना और मुफ्त बिजली बिल में लगा दिया गया। ये सुनकर विपक्षी नेता और भी नाराज़ हो गए।

विधानसभा की स्थिति –

Legislative Session, Political Tension

इस मुद्दे पर विधानसभा में खूब बहस हुई। आखिरकार, विधानसभा अध्यक्ष रबिंद्रनाथ महतो ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी। साफ हो गया कि इस योजना को लेकर दोनों पक्षों में भारी असहमतियां हैं।

मंईयां सम्मान योजना (Mainya-samman-yojana) अब एक बड़े विवाद में बदल चुकी है। क्या ये योजना महिलाओं का सशक्तिकरण करेगी, या ये सिर्फ सरकार की वोट बैंक की राजनीति का हिस्सा है? इसका जवाब तो आने वाले दिनों में ही मिलेगा, लेकिन फिलहाल ये योजना झारखंड की राजनीति में सबसे बड़ा मुद्दा बन चुकी है।

आपकी क्या राय है? हमें कमेंट में बताएं।

Read more…..

आपका क्या ख्याल है? कमेंट करें और शेयर करें!

Leave a Comment